रूक जाना नहीं....कभी हार के!!!
जैसा कि आप सभी जानते हैं कि IBPS PO Pre 2015 का परिणाम घोषित हो चुका है| कुछ के लिए यह बहुत अच्छा रहा और कुछ लोगों को इस बार भी निराशा ही हाथ लगी| जिनका हो चुका उन्हें बैंकर्स अड्डा बहुत-बहुत बधाई देता है और अगले लक्ष्य की ओर पूरे जोश के साथ जुट जाने की सलाह देता है| लेकिन कुछ छात्र जिनको इस बार निराशा का सामना करना पड़ा वे केवल इस दुःख के साथ बैठे न रहें...जैसा कि आपको पता है कि परिणाम की घोषणा कल रात को ही हो गई थी, तो विलाप अब समाप्त हो चुका है, नया सवेरा और नयी किरण आप तक पहुँच चुकी है|
एक बार एक बूढ़ा व्यक्ति बाजार में जाता है और एक खाली दीवार पर सफ़ेद कागज़ पर एक बिंदु लगाकर चिपका देता है और फिर वहां से गुजरने वाले हर व्यक्ति से उसे देखने को कहता है| सभी उसे देखते है कुछ उसे पागल बताकर आगे बढ़ जाते हैं और कुछ रुककर उसे ध्यान से देखते हैं| जो लोग उस कागज़ को देखते हैं बूढ़ा उनसे प्रश्न करता है कि आपको इस पूरे कागज़ में क्या दिखाई देता है सभी उत्तर देते हैं की केवल एक काला बिंदु| बूढ़ा सभी से यह उत्तर पाकर बहुत ही दु:खी हो जाता है कि इन सबको कोरे कागज़ में केवल एक बिंदु ही दिखाई दिया, किसी ने भी सफ़ेद कागज़ पर एक दृष्टि तक नहीं डाली? इसी प्रकार आपको भी केवल यह एक ही हार दिखाई दे रही है, अन्य अवसरों पर आपकी दृष्टि तक नहीं पहुँच पा रही|
प्रकृति का नियम है अंधेरे के बाद उजाले का आना निश्चित है और यह तथ्य सभी को अच्छे से पता है फिर भी हम इस प्रत्यक्ष तथ्य को महसूस नहीं कर पाते| "हां, हो सकता है कि आप में से कुछ लोग यह सोच रहे हों कि यह सब तो कहने की बात है मेरा तो पूरा साल बर्बाद हो गया"| परन्तु क्या आपने अपनी निराशा में छिपी कमज़ोरी और कमियों पर प्रकाश डाला? थोड़ा सा मूल्यांकन आपको पुनः खड़ा करने में सक्षम है करके देखिए....अधिक मुश्किल नहीं है|
साथी ना कारवाँ है, ये तेरा इम्तिहान है
यूँ ही चला चल दिल के सहारे
करती है मंजिल तुझ को इशारे
देख कहीं कोई रोक नहीं ले तुझको पुकार के
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