Monday, 12 June 2017

अम्ल, क्षारक एवं लवण .
1. अम्ल
  • अम्ल एक रासायनिक यौगिक है जो मिश्रण में घुलकर हाइड्रोजन आयन H+(aq) देता है, जो उनके अम्लीय गुणों के लिए ज़िम्मेदार है. 
  • हाइड्रोजन आयन अकेले अस्तित्व में नहीं हो सकता, लेकिन पानी के अणुओं के संयोजन के बाद वे अस्तित्व में रहते हैं.तो इसे पानी में मिलाने से हाइड्रोनियम आयन (H3O+) प्राप्त होता है, जो की एकमात्र धनात्मक आयन है.
  • अम्ल ऐसे यौगिक हैं जिनमें हाइड्रोजन (हाइड्रोक्लोरिक, एचसीएल, सल्फ्यूरिक, एचओएसओ, नाइट्रिक, एचओएनओ) शामिल हैं.
  •  अम्ल, स्वाद में खट्टा होता है आम तौर पर गैर-धातुओं के हाइड्रोजन और कभी-कभी ऑक्सीजन के साथ यौगिक होते हैं.
  • एक अम्ल की ताकत समाधान में मौजूद हाइड्रोनियम आयनों की एकाग्रता पर निर्भर करती है. 
  • हालांकि, कुछ अम्ल कार्बोनेलिक अम्ल
  •  जैसे पानी में किसी भी योग्य मात्रा से अलग नहीं होते. इसलिए, इन अम्ल में हाइड्रोनियम आयनों की कम एकाग्रता होगी.
  • अम्ल संक्षारक हैं और धातु को नष्ट कर देते हैं.
  • सशक्त अम्ल: हाइड्रोक्लोरिक अम्ल, सल्फ्यूरिक अम्ल, नाइट्रिक अम्ल आदि.
  • कमजोर अम्ल: एसिटिक अम्ल, फार्मिक अम्ल, कार्बोनिक अम्ल आदि.


2. क्षार और अल्कालिस
  • क्षार एक ऐसा पर्दार्थ है जिसे पानी में मिलाने से OH-आयन प्राप्त होते हैं.
  • क्षार आमतौर पर हाइड्रोक्साइड होते हैं.
  • पानी में घुलनशील क्षार अल्कली हैं.
  • क्षार की ताकत हाइड्रॉक्सिल आयनों की एकाग्रता पर निर्भर करती है, जब यह पानी में घुलती है.
  • सशक्त क्षार: सोडियम हाइड्रॉक्साइड (caustic soda) (NaOH), पोटेशियम हाइड्रोक्साइड (caustic potash) (KOH), कैल्शियम हाइड्रॉक्साइड Ca(OH)₂.
  • कमजोर क्षार: मैग्नेशियम हायड्रॉक्साइड: Mg(OH)₂, अमोनियम हाइड्रॉक्साइड: NH₄OH.
  • क्षार का स्वाद कड़वा होता है. They are soapy to touch bitter and corrosive.
3. लवण
रोज़मर्रा के जीवन और औद्योगिक अनुप्रयोगों में इस्तेमाल होने वाले महत्वपूर्ण लवण सोडियम क्लोराइड (NaCl), सोडियम कार्बोनेट, (Na₂CO₃), सोडियम बाइकार्बोनेट, (NaHCO₃), सोडियम हाइड्रॉक्साइड (NaOH) हैं.

4. Indicators 
  • ये जांचने के लिए उपयोग किया जाता है कि क्या कोई पदार्थ अम्लीय है या क्षार है. हल्दी, लिटमस, चीन की गुलाब की पंखुड़ियों (गुधल) आदि आदि कुछ स्वाभाविक रूप से उत्पन्न संकेतक.
  • लिटमस को लाइसेंस से निकाला जाता है, जो कि थलॉफाईटा डिवीजन से संबंधित संयंत्र है. आसुत पानी में इसका बैंगनी रंग है. जब अम्लीय समाधान में मिलाया जाता है, यह लाल हो जाता है और जब एक क्षारीय समाधान में मिलाया जाता है, तो यह नीला हो जाता है. 
  • घ्राण संकेतक - यहाँ कुछ ऐसे प्रदार्थ है जिनकी गंध अम्लीय क्षारीय में परिवर्तित हो जाती है.
  • ऐसे समाधान जो लाल या नीले रंग के लिटमस पेपर का रंग नहीं बदले हैं उन्हें तटस्थ समाधान कहा जाता है. ये पदार्थ न तो अम्लीय हैं और न ही क्षार हैं.

अम्ल और क्षार का डिल्यूशन:
  • पानी में अम्ल या क्षार मिलाने की प्रक्रिया अत्यधिक एक्सओथर्मिक है.
  • अम्ल को पानी में निरंतर सरगर्मी धीरे धीरे मिलाना चाहिए. यदि पानी जो केंद्रित अम्ल के साथ मिलाया जाता है तो गर्मी पैदा होने के कारण अम्ल ऊपर भी आ सकता है जो की जला भी सकता है.
  • अम्ल या क्षार को पानी में मिलाने से आयन में प्रति इकाई आयतन में कमी आती है (H3O+/OH–).

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